देश भर मे धर्म संसद का अयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड के हरिद्वार मे हिंदुत्ववादी नेताओं और कट्टरपंथियों द्वारा ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था। जिसमे मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा फैलाई और हिंदु राष्ट्र को बढ़ावा दिया। और अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहा धर्म संसद के नाम पर नफरत फैलाई जा रही है। जिसपर देशभर में काफी आलोचना हुई।
धर्म संसद मे हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि देश में सनातन धर्म को मानने वाले हिन्दुओं पर खतरा है। जैसे तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया इसी तरह भारत के तालिबान लोग हिंदुओं को मारना चाहते हैं। इस लिए धर्म संसद किया जा रहा है।
रायपुर में आयोजित धर्म संसद के आयोजन में कालीचरण महाराज ने धर्म सांसद के मंच से महात्मा गांधी को अपमानजनक शब्द कहे थे और नाथूराम गोडसे को बापू की हत्या के लिए सही ठहराया था।
कालीचरण की इस टिप्पणी को लेकर धर्म सांसद के आयोजन पर भी सवाल खडे हुए। कालीचरण महाराज के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया। मामला दर्ज होने के बाद भी कालीचरण नहीं रुके। कालीचरण ने दूसरे दिन एक और वीडियो बनाकर फिर से चुनौती दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कालीचरण महाराज के बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा था कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू है और इसमें इस तरह की बातों का कोई स्थान नहीं है।
बताया जा रहा है की छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को मंच से अपशब्द बोलने वाले कालीचरण को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि कालीचरण महाराज को गिरफ्तार करने के बाद उन परराजद्रोह का मुकदमा भी बढ़ा दिया है।
कालीचरण की गिलफ्तारी के बाद यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, नफरती ‘कालीचरण’ तो गिरफ्तार हो गया, हरिद्वार वाले ‘अधर्मी’ कब गिरफ्तार होंगे?
नफरती ‘कालीचरण’ तो गिरफ्तार हो गया,
हरिद्वार वाले ‘अधर्मी’ कब गिरफ्तार होंगे?— Srinivas BV (@srinivasiyc) December 30, 2021
कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद हरिद्वार में धर्म संसद के नाम पर नरसंहार, दंगा और गालियाँ देने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।