UP : अपराध का गढ़ बना उत्तर प्रदेश! अपराधी हुए बेखौफ। यूपी में अपराधियों को क़ानून का कोई भय नहीं है।
सत्ता की आपराधिक साँठगाँठ ने उत्तर प्रदेश का चीरहरण कर रामराज्य के स्थान पर जंगलराज बना दिया है। प्रतापगढ़ में शराब माफियों कला चिठ्ठा खोलने वाले पत्रकार सुलभ हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव की संदिग्ध परस्तिथियों में हत्या शव अर्धनग्न हालत में ईंट भत्ते पर मिला।
सुलभ हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव प्रतापगढ़ में थाना कोतवाली नगर के स्टेशन रोड स्थित सदरपुर पश्चिमी के रहने वाले थे। abp गंगा न्यूज़ चैनल के प्रतापगढ़ जिला संवाददाता के रूप में कार्यरत थे। रविवार शाम वह लालगंज क्षेत्र में अपराधियों को पकड़े जाने की कार्रवाई की कवरेज में गए थे। रात 10:30 बजे के करीब व साथियों समेत घर लौट रहे थे। कटरा मेदनीगंज पहुंचने पर अन्य साथी पीछे थे जबकि बाइक की गति तेज होने के कारण वह मोबाइल पर बात करते हुए थोड़ा आगे निकल गए। कुछ देर बाद साथी पहुंचे तो वह सड़क किनारे ईंट भट्टे पर अर्धनग्न हालत मृत पड़े मिले।
हालांकि सोशल मीडिया पर इस हत्या को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। देश के कई दिग्गज पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता व नेता इसे हादसा मानने को तैयार नहीं है और वह साफ तौर पर इसे हत्या कह रहे है जबकि एबीपी न्यूज इसे महज एक हादसा बता रहा है।
अभी तो आपके चैनल ABP गंगा के अपने रिपोर्टर सुलभ की हत्या की गुत्थी सुलझाने का समय है! https://t.co/Q36aDByzJx
— Prabhakar Kr Mishra (@PMishra_Journo) June 14, 2021
Dear ABP Ganga,
आपके पत्रकार सुलभ की
जघन्य ‘हत्या’ हुई है ‘हादसा’ नही@AbpGanga pic.twitter.com/2tcZRqIH7l— Srinivas B V (@srinivasiyc) June 14, 2021
शराब मफ़ियाओं पर ख़बर दिखाने के बाद पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव को जान का ख़तरा महसूस हो रहा था जिसकी जानकारी उन्होंने लिखित में ADG पुलिस प्रयागराज को दी थी पर पुलिस द्वारा उन्हें कोई भी सुरक्षा नहीं दी गयी और ना ही इस बारे में कोई जांच ही की गयी। लेकिन आज उनकी संदिग्ध मौत यह सिद्ध करती है की यूपी में अपराधियों को क़ानून का कोई भय नहीं है। यह पहली ऐसी घटना नहीं है। पिछले चार सालों में दर्जनों ज़मीनी पत्रकारों की हत्या हुई है।