उत्तराखंड के हरिद्वार मे हिंदुत्ववादी नेताओं और कट्टरपंथियों द्वारा एक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया गया था। र्धम संसद में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा और हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं।
सोश्ल मिडीया पर इस भड़काऊ भाषण का एक वीडियो सामने आया है। इस धर्म संसद में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गोली मारने से लेकर, मुसलमानों के नरंसहार, और सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने तक की धमकी दी गई।

इस तरह के आयोजन में भाजपा नेताओं का शामिल होना कोई आश्चर्यजनक बात तो नहीं है लेकिन बता देते हैं कि बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय आतंक के इस समागम में वक्ता के रूप में शामिल थे। इसके अलावा निरंजिनी अखाड़े की महामंडलेश्वर और हिंदू महासभा की महासचिव अन्नपूर्णा मां, बिहार के धर्मदास महाराज, आनंद स्वरूप महाराज, गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर का कुख्यात पुजारी यति नरसिंहानंद, सागर सिंधुराज महाराज जैसे अतिवादी हिन्दू कट्टरपंथी शामिल थे।

हैरानी की बात ये है कि इस तरह की खुली बयानबाजी के बाद भी पुलिस ने न तो अभी केस दर्ज किया है और न ही किसी को गिरफ्तार किया है।

दी क्विंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, निरंजिनी अखाड़े के महामंडलेश्वर और हिंदू महासभा के महासचिव अन्नपूर्णा मां ने कहा,
“अगर आप उन्हें खत्म करना चाहते हैं, तो उन्हें मार डालें … हमें 100 सैनिकों की जरूरत है जो इसे जीतने के लिए 20 लाख को मार सकें।”

आनंद स्वरूप महाराज ने कहा, “अगर सरकारें हमारी मांग नहीं सुनती हैं (उनका मतलब अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के माध्यम से एक हिंदू राष्ट्र की स्थापना) है, तो हम 1857 के विद्रोह की तुलना में कहीं अधिक भयानक युद्ध छेड़ेंगे।”

बिहार के धर्मदास महाराज ने कहा, “अगर मैं संसद में मौजूद होता जब पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय संसाधनों पर अल्पसंख्यकों का पहला अधिकार है, तो मैं नाथूराम गोडसे का अनुसरण करता, मैंने उनके सीने में छह बार रिवॉल्वर से गोली मार दी होती।”

मुसलमानों के खिलाफ सशस्त्र हिंसा को भड़काने के लिए ‘शास्त्र मेव जयते’ का नारा देते हुए नरसिंहानंद ने कहा, “आर्थिक बहिष्कार से काम नहीं चलेगा। हिंदू समूहों को खुद को अपडेट करने की जरूरत है। तलवारें मंच पर ही अच्छी लगती हैं. ये लड़ाई बेहतर हथियार वाले लोग ही जीतेंगे।”

इस बीच, सागर सिंधुराज महाराज ने जोर देकर कहा, “मैं बार-बार दोहराता रहता हूं कि 5000 रुपये मोबाइल खरीदने के बजाय 1 लाख रुपये का हथियार खरीदो। आपके पास कम से कम लाठी और तलवारें तो होनी ही चाहिए।”

यहां तो हमने हिन्दू अतिवादियों के भाषण का छोटा सा हिस्सा बताया हैं। इसके अलावा भी उन्होंने बहुत जहर उगला है जिसका वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद है।
इस धर्म संसद में शामिल होकर विवादास्पद बयान देने वाले हिंदू रक्षा दल सेना के अध्यक्ष प्रबोधानंद गिरी ने एनडीटीवी से कहा कि धर्म संसद का उद्देश्य फैलाए जा रहे मुस्लिम जिहाद के नाम पर आतंकवाद के खिलाफ संकल्प लेना था। मैंने जो कहा है, मैं उस पर कायम हूं।

प्रियंका गांधी ने भी इस संबंध में हरिद्वार जिले के ज्वालापुर थाने में एक शिकायत भी दर्ज कराई है।
हरिद्वार के भाषणों पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ‘इस तरह से नफरत और हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।’
उन्होंने ट्वीट किया, ‘यह बेहद निंदनीय है कि वे हमारे माननीय पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या करने और विभिन्न समुदायों के लोगों के खिलाफ हिंसा करने का आह्वान करने के बाद भी यूं ही बच जाएं।’

तृणमूल कांग्रेस के नेता और RTI एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने धर्म संसद के आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि इस कार्यक्रम को खत्‍म हुए तीन दिन बीत चुके हैं लेकिन हेट स्‍पीच को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बार-बार पूछे जाने पर पुलिस की ओर से कहा गया कि कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है क्‍योंकि अब तक कोई शिकायत नहीं हुई है।हरिद्वार के एसपी स्‍वतंत्र कुमार सिंह ने कहा, ‘पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है।’

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