लखीमपुर खीरी मामले पर बीजेपी नेता का बचाव करते हुए दैनिक जागरण ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यह मामला किसानों के उत्पात मचाने को लेकर है। जबकि अभी तक की जांच में सामने आ रहा है कि गाड़ी बीजेपी नेता का बेटा चला रहा था।आपको बता दे कि इस घटना के कुछ दिन पहले ही बीजेपी नेता के बेटे ने किसानों को खुलेआम धमकी दी थी कि उन्हें हमें समझाना भी आता है। और लखीमपुर का यह हादसा बताता है कि मंत्री जी के बेटे ने जो कहा वो कर दिखाया।
इस पूरे मामले को लेकर राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र दैनिक जागर ने अपनी रिपोर्ट में शीर्षक लगाया कि लखीमपुर में किसानों का उपद्रव। इस समाचार के बाद सोशल मीडिया पर दैनिक जागरण पेपर को लोगों ने खरी खोटी सुनाई। आज सुबह से ही सोशल मीडिया पर #इतनी_बेशर्मी_लाते_कहां_से_हो ट्रेंड होने लगा था।
Maare bhi tum hi jaoge, aur qatil bhi tum hi kehlaoge.
Same formula was used on Muslims after their massacre in 2020 Delhi pogrom.#इतनी_बेशर्मी_लाते_कहां_से_हो #lakhimpur_farmer_massacre pic.twitter.com/qSXU4glMaW
— Jadwan Firdaus (@jadwan_firdaus) October 4, 2021
Reality of Godi Media.#इतनी_बेशर्मी_लाते_कहां_से_हो pic.twitter.com/xNSBIQaVqK
— Haidar Ali (@alihaidar1144) October 4, 2021
So according to Dainik Jagran farmers killed themselves? Disgusting and shameful. Here’s a question for you – #इतनी_बेशर्मी_लाते_कहां_से_हो? pic.twitter.com/1PjxTW6lLS
— Hasiba | حسيبة 🌈 (@HasibaAmin) October 4, 2021
Lapdog media has no courage to demand the arrest of bloodthirsty BJP CMs & BJP ministers who instigate & incite violence, or the murderous BJP shahzada who killed farmers with his SUV.
According to lapdogs farmers killed themselves. pic.twitter.com/5LAnOTHc29
— GeetV (@geetv79) October 4, 2021
#दैनिक_जागरण_दलाल_है #इतनी_बेशर्मी_लाते_कहां_से_हो
True , they did not mention khalistani farmers pic.twitter.com/vvNqvpzpEB— Tripathi ji (@AnnoynomsJi) October 4, 2021
आमतौर पर कहा जाता है कि दैनिक जागरण पत्र मोदी सरकार के सर्मथन में खबरें प्रकाशित करता है। क्या इस तरह का हैडिंग यह नहीं दर्शाता कि जागरण का रूख किधर की तरफ है। लेकिन अच्छी बात यह है कि सोशल मीडिया पर दैनिक जागरण की इस नीयत को लोगों ने साफ साफ पहचान लिया।